शिक्षक का सम्मान : घनश्याम सोढा सेवानिवृत्ति समारोह में विधायक पब्बाराम सहित कई गणमान्य लोग रहे मौजूद
भारत में गुरु परंपरा बेहद पुरानी है शिष्यों द्वारा गुरु का सम्मान तथा गुरु दक्षिणा के किस्से खूब प्रचलित है। ग्रामीणों, विद्यालय परिवार व परिवार के सदस्यों द्वारा शिक्षकों को उपहार देने की कहानियां कम ही मिलती है। कुछ ऐसे शिक्षक होते हैं जिनकी कर्तव्यनिष्ठता और व्यवहार का हर कोई कायल हो जाता है। ऐसे गुरु पूरे गांव के सम्मान के पात्र बन जाते हैं। ऐसे ही काबिल शिक्षक जैसला निवासी घनश्याम सोढा जो जैसला गांव में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जैसला में पिछले 35 वर्षों से व्याख्याता के पद पर कार्यरत थे।
सेवानिवृत्त होने पर विद्यालय परिवार, गांव के नवयुवकों व परिवार के सदस्यों ने मोटरसाइकिल, लेपटाप, चांदी का मुकुट उपहार स्वरूप किया भेंट
शिक्षक घनश्याम सोढा की कर्तव्य परायणता और व्यक्तित्व का हर कोई कायल है। इस अवसर पर विद्यालय परिवार के शिक्षकों द्वारा समारोह रखा गया जिसमें विद्यालय परिवार की ओर से शिक्षक घनश्याम सोढा को उपहार स्वरूप एक मोटरसाइकिल भेंट की। शिक्षक सोढ़ा द्वारा सोमवार को अपने निवास स्थान पर आयोजित प्रीतिभोज सभा में जैसला के युवाओं द्वारा गुरू के सम्मान के लिए एक लैपटॉप व टेबल कुर्सी व सोढा भीवंजी व अर्जून जी परिवार के सदस्यों द्वारा चांदी का मुकुट व चांदी की थाली कटोरी गिलास वरिष्ट अतिरिक्त निदेशक एसआईपीएफ किशनाराम ईशरवाल, कस्टम कमिश्नर दिल्ली अशोक गोदारा नोखड़ा की मौजूदगी में व्याख्याता घनश्याम सोढा को उपहार भेंट किया फलोदी के विधायक पब्बाराम विश्नोई ने सेवानिवृत्ति समारोह के उपलक्ष में शिक्षक घनश्याम सोडा को अभिनंदन पत्र देकर सम्मान किया।
उपहार मायने नहीं रखता है पर घनश्याम सोडा के प्रति ग्राम वासियों का प्रेम शिक्षक समुदाय के लिए एक मिसाल है कि कैसे एक शिक्षक अपनी कर्तव्यनिष्ठता और मधुर व्यवहार के दम पर न केवल छात्रों बल्कि हर शख्स को अपना बना सकता है ।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर एईएन धनराज लटियाल, पूर्व निदेशक कृषि मंडी खाजूवाला रामेश्वर सियोल, भाजयुमो जोधपुर देहात अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह, नोखङा सरपंच गुमानाराम नैण, केलनसर सरपंच प्रतिनिधि हुक्माराम नैण, मानेवङा सरपंच अर्जून राम भंवाल, सजनाणियो की ढाणी के सरपंच प्रतिनिधि दिनेश सजनाणी, संदीप उदाणी सदरी, गगाङी सरपंच भंवरलाल, दयासागर सरपंच हीरालाल ढाढरवाल, चिमाणा सरपंच प्रतिनिधि जगदीश सारस्वत, भोजासर के पूर्व सरपंच धोंकलराम सारण, जैसला पूर्व सरपंच सोढाराम बिशनोई, शिवनारायण अग्रवाल, जैसला के पूर्व सरपंच शिवलाल मेघवाल, बाप के पूर्व प्रधान सोमराज करीर, नोखङा के पूर्व सरपंच हजारीराम गोदारा, लक्ष्मणराम भंवाल , व्खायाता बक्साराम जंवर,भंवरलाल सियोल, सुभाषचंद्र अग्रवाल, मास्टर मांगीलाल अग्रवाल, प्रधानाचार्य मांगीलाल बिशनोई, भीखाराम सियोल, चम्पालाल सियोल, सत्यनारायण सोढ़ा, ठेकेदार भोलाराम जंवर, केप्टन धनाराम जंवर, मेघाराम खिलेरी, रमेश करीर, बनवारीलाल लटियाल, हरचन्दराम थोरी, महीपाल जाणी, मधुसूदन सोढ़ा आदि मौजूद थे।
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