राष्ट्रमण्डल कुश्ती चैम्पियनशिप में भारत की ओर से रजत पदक विजेता अर्पणा बिश्नोई ने कहा की मध्य प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों से खिलवाड़ होता है.

बिश्नोइज्म, बीकानेर। राष्ट्रमण्डल कुश्ती चैम्पियनशिप में भारत की ओर से रजत पदक विजेता अर्पणा बिश्नोई मध्य प्रदेश की प्रथम महिला पहलवान है. अर्पणा बिश्नोई ने कहा की मध्य प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों से खिलवाड़ होता हैं. ध्यात्व्य रहे हाल ही में राजस्थान सरकार ने खिलाड़ियों को ग्रेड-वन ऑफिसर बनाया. अर्पणा ने इसके लिए राजस्थान सरकार में खेलमंत्री अशोक चांदना का धन्यवाद ज्ञापित किया अर्पणा ने यहां तक कह दिया काश चांदना मध्य प्रदेश के खेल मंत्री होते. राष्ट्रमण्डल कुश्ती चैंपियनशिप में भारत को रजत पदक दिलाने वाली मध्यप्रदेश की पहली महिला पहलवान अपर्णा बिश्नोई ने खिलाड़ियो के हक के लिए जबलपुर हाईकोर्ट कोर्ट से गुहार लगाते हुए मध्य प्रदेश खेल नीति मे सुधार करने की भी अपील की है. ध्यात्व्य रहे अर्पणा सिंगापुर में आयोजित राष्ट्रमण्डल कुश्ती चैम्पियनशिप 2016 में भारत की ओर से रजत पदक प्राप्त करने वाली मध्य प्रदेश की पहली महिला पहलवान है. जबकि मध्य प्रदेश की खेल नीति के अनुसार राष्ट्रमण्डल कुश्ती चैम्पियनशिप को अधिकृत चैंपियनशिप नहीं माना जाता है. महिला पहलवान अर्पणा बिश्नोई ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में लगातार पदक हासिल करने के बाद भी प्रदेश मे खिलाड़ियों को नौकरी और अन्य सुविधाओ से वंचित रहना पड़ रहा है. मध्यप्रदेश सरकार कई वर्षों से हर बार बड़े बड़े बयान देती है और भोले-भाले खिलाड़ियों से खेल के नाम कर खिलवाड़ करती रहती है. कभी नई खेल नीति में यह व्यवस्था की जाती है कि शासकीय नौकरी में खिलाड़ियों को पांच प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिल सके. तो कभी गोल मोल खेल नीति बना कर अकादमियों को लाभ पहुंचाने के लिए मध्य प्रदेश में खेल अवार्ड की बंदर बांट करती है. कब तक सरकार राष्ट्रीय खेलों में बाहरी खिलाड़ियों के बलबूते पर मेडल जीत कर इठलाती रहेगी.अर्पणा ने कहा आखिर कब तक हमारी सरकार पराए पूतों के यश पर छाती चौड़ी करके घूमती रहेगी. उन्होंने कहा हरियाणा सरकार की तर्ज पर अब राजस्थान में भी खिलाड़ियों को डीएसपी व ग्रेड-वन अधिकारी बना रहे है. राजस्थान सरकार ने दीपावली से पहले दो बार के पैरालिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और राजीव गांधी खेलरत्न से नवाजे जा चुके देवेंद्र झाझड़िया सहित कई अन्य खिलाड़ियों को ग्रेड-वन ऑफिसर बना रही है. खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न नौकरी देने के लिए खेल विभाग ने 30 खिलाड़ियों (ए और बी ग्रेड) की लिस्ट मुख्य सचिव को भेजी है. खेलमंत्री अशोक चांदना ने मुख्य सचिव को उनकी अध्यक्षता में गठित कमेटी की बैठक आयोजित करने के लिए भी पत्र लिखा लिखा है. ताकि जल्द से जल्द खिलाड़ियों को नौकरी मिल सके.
पैरा श्रेणी में राजस्थान के पांच खिलाड़ियों को मिलेगी ग्रेड-वन नौकरी.
ग्रेड-वन के लिए देवेंद्र झांझड़िया सहित कुल 5 पैरा खिलाड़ी योग्य हैं. इनमें 2018 एशिय़न पैरा में रजत पदक हासिल करने वाले सुंदर गुर्जर, कांस्य जीतने वाले संदीप मान, कांस्य जीतने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्णा नागर और निशा कंवर (विश्व पैरा शूटिंग गोल्ड मेडलिस्ट) शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, ए ग्रेड में 11 और बी ग्रेड में 19 खिलाड़ी शामिल किये हैं.
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