सकारात्मक पहल : बिरमा देवी ने गौशाला में पौने सात एकड़ जमीन दान कर जीव दया पालनी का संदेश दिया
बिश्नोई न्यूज़ डेस्क, हिसार। गुरु जाम्भोजी के परम संदेश "जीव दया पालनी, रूख लीलू नही घावे" अर्थात जीवों के प्रति दया रखनी चाहिए का पालन करते हुए आद्य से लेकर वर्तमान तक बहुतेरे बिश्नोईयों ने प्राणाहुति दी है। और समाज के सभी वर्गों के लोग जीव दया व पर्यावरण संरक्षण व सम्पोषण को प्रयत्नशील है।
गुरु जाम्भोजी के परम संदेश व बिश्नोईयों की गौरव परम्परा को आगे बढाते हुए हिसार जिले के शिवानी क्षेत्र के गांव लीलस की रहने वाली बिरमा देवी ने गौशाला के लिए अपनी पोने सात एकड़ भूमि दान कर अनोखी मिसाल पेश की है।
इससे पूर्व भी बिरमा देवी ने गांव के राजकीय विद्यालय में अपने पति भागीरथ ज्याणी की याद में दो भवनों का निर्माण करवाया। जानकारी के अनुसार बिरमा देवी के पति भागीरथ ज्याणी को दस साल पहले मृत्यु हो गई थी।
बिरमा देवी द्वारा जीवों के लिए उठाया गया यह कदम अपने आप में अनोखी मिसाल है। अनबोल जीवों के लिए इससे बड़ा कोई दान नहीं हो सकता है।
सुशील ज्याणी
जय हिंद युवा क्लब, मीडिया
प्रभारी
गौशाला के प्रधान धर्म सिंह खीचड़ ने बिरमा देवी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर विजय पटवारी, भगवान सिंह नंबरदार, सुभाष ज्याणी एवं सुभाष व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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