भामाशाह भाइयों ने रंग रोगन कराकर सरकारी विद्यालय को दिया नया स्वरूप

 भामाशाह भाइयों ने रंग रोगन कराकर सरकारी विद्यालय को दिया नया स्वरूप

भामाशाह भाइयों ने रंग रोगन कराकर सरकारी विद्यालय को दिया नया स्वरूप


      धोरीमन्ना उपखंड के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नेङीनाडी में रंग रोगन किए कई साल बीत चुके थे, जिसके कारण विद्यालय की स्थिति अच्छी नहीं थी । पिछले सत्र में सरकार द्वारा आयोजित पूर्व छात्र एलुमनी समारोह में छोटे भाई ने विद्यालय की स्थिति को देखा तो बड़े भाई को इसके बारे मे जानकारी दी कि अपनी ग्राम पंचायत के सीनियर सैकेंडरी विद्यालय के लिए रंग रोगन व कलर करने की आवश्यकता है तब वहां पर आयोजित कार्यक्रम में संपूर्ण विद्यालय में रंग रोगन व कलर करने की घोषणा कर दी गई। उस घोषणा के अनुसार दोनों भाइयों ने विद्यालय को नया स्वरूप देने के लिए करीब सवा लाख रुपये खर्च करके विद्यालय में रंग रोगन व कलर का कार्य करवाया । नेङीनाडी विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक किशनाराम विश्नोई ने बताया की हमारी ग्राम पंचायत नेङीनाडी  के गडरा गांव मे निवासित गोदारा परिवार में एक नहीं सभी सदस्य भामाशाह के तौर पर हमेशा आगे रहते हैं । भामाशाह दयाराम गोदारा जो पेशे से सूरत में कपड़े के व्यवसायी हैं तथा उनके छोटे भाई जगदीश बिश्नोई जो पेशे से सरकारी अध्यापक के रूप में राजकीय माध्यमिक विद्यालय, पाबूबेरा भीमथल में कार्यरत है। जगदीश बिश्नोई को राजस्थान सरकार द्वारा इस वर्ष शिक्षक दिवस पर उत्कृष्ट शैक्षिक कार्य के लिए राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि ऐसे भामाशाहों के कारण ही सरकारी विद्यालय ,मंदिर व गौशालाओं का रखरखाव होता है।  इस भामाशाह परिवार के लिए पूरी ग्राम पंचायत ने आभार प्रकट किया ।


"तुलसी पंछी के पिए , घटे न सरिता नीर । दान किए धन ना घटे , जो सहाय रघुवीर"।।

     

भामाशाह दयाराम गोदारा ने बताया कि दान देने से मेरे पास धन घटने की बजाय हमेशा बढ़ता ही जा रहा है। सरकारी विद्यालयों, गौशालाओं , मंदिरों तथा छात्र-छात्राओं के लिए सहयोग करने की मेरी हमेशा कोशिश रहती है। मेरे छोटे भाई की सलाह पर मैंने मेरी ग्राम पंचायत की एकमात्र सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लिए रंग रोगन एवं कलर कार्य के लिए तन-मन और धन से सहयोग करने की कोशिश की तथा आगे भी जरूरत पड़ने पर मेरा पूरा सहयोग रहेगा।

  


"सरकारी विद्यालयों के विकास के लिए समर्पित रहेगा मेरा संपूर्ण जीवन"
भामाशाहद
दयारामाम गोदारा

      शिक्षा के साथ-साथ विद्यालयों के विकास के लिए मैं हर समय संघर्ष करता रहता हूं । मैं जहां कार्यरत हूं। उस  विद्यालय में पीने के पानी और पेड़-पौधों की सिंचाई करने के लिए पानी की प्रमुख समस्या थी , तब मैंने उस समस्या को समझा और विद्यालय में अपने वेतन में से बचत करके ट्यूबबेल खुदवाकर विद्यालय को समर्पित किया, जिसके कारण आज मेरे विद्यालय पीने के लिए मीठा पानी की व्यवस्था है । पेड़ पौधों के कारण विद्यालय मे हरियाली छाई हुई है ।मेरे शिक्षा के प्रति समर्पित भाव के कारण सरकार ने मुझे इस वर्ष शिक्षक दिवस पर राज्य स्तर पर सम्मानित किया। मेरी ग्राम पंचायत के सीनियर सेकेंडरी स्कूल की स्थिति को देखते हुए दोनों भाइयों ने मिलकर विद्यालय को नया स्वरूप देने में सहयोग किया।

  भामाशाह शिक्षक

जगदीश प्रसाद विश्नोई

रा.मा.वि.पाबूबेरा भीमथल

 

गोदारा परिवार को ग्राम पंचायत नेङीनाडी की तरफ से आभार


 ग्राम पंचायत के राजस्व गांव गडरा के निवासी इस परिवार को भामाशाह के रूप में सहयोग करने के लिए हर समय याद रखा जाएगा । अपने परिवार के लिए हर व्यक्ति पूरे जीवन भागदौड़ करता रहता है, लेकिन जो दूसरों के लिए सहयोग करें उसे बहुत ही भाग्यशाली माना जाता है । इनके सहयोग और मेहनत के कारण ही आज हमारे विद्यालय का नया स्वरूप नजर आ रहा है, रंग रोगन से विद्यालय को जर्जर होने से बचा लिया गया है क्योंकि विद्यालय के भवन बहुत पुराने हो चुके हैं जिसे रंग रोगन और कलर की बहुत ही आवश्यकता थी , इन दोनों भाइयों ने विद्यालय की स्थिति को देखकर भामाशाह बनने का मन बनाया जिसे हमारी ग्राम पंचायत हर समय याद रखेगी।

            

      

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