झटका मशीन के करंट से हिरण घायल, वन्य जीव प्रेमियों की तत्परता ने बचाया

 झटका मशीन के करंट से हिरण घायल, वन्य जीव प्रेमियों की तत्परता ने बचाया

झटका मशीन के करंट से हिरण घायल, वन्य जीव प्रेमियों की तत्परता ने बचाया


रामदेव बिश्नोई,आऊ। जोधपुर की पं.समिति आऊ के निकवर्ती ग्राम जैसला में ईशरवालों की ढाणी के पास बुधवार को एक हिरण झटका मशीन के करंट लगने से घायल हो गया. वन्य जीव प्रेमी तेजाराम ईशरवाल व महीपाल ईशरवाल ने तत्परता दिखाते हुए घायल हिरण को बचाया.

तत्पश्चात वन विभाग के कर्मिकों को सूचना दी गई. लेकिन घटना के लगभग डेढ़ घंटे पश्चात वन विभाग के कर्मिक हिरण को रेस्क्यू करने पंहुचे. जबकि घटना स्थल से आऊ वन विभाग की चौकी से महज नौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. वन विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते समय पर हिरण रेस्क्यू नहीं कर पा रहे हैं. उपचार समय पर न होनें के कारण अधिकतर हिरणों की मौत हो जाती है.


वन विभाग के लेट लतीफी मिज़ाज पर जीव रक्षा सभा प्रवक्ता सोढ़ा ने किया रोष प्रकट.

झटका मशीन के करंट से हिरण घायल


अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा, जोधपुर संभाग के मीडिया प्रभारी सत्यनारायण सोढ़ा ने वन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही पर रोष प्रकट किया है. सोढ़ा ने बताया कि आए दिन वन कर्मिकों की लेट लतीफी के चलते वन्य जीवों की मृत्यु हो जाती है जो दु:खद विषय है. 


 झटका मशीन बनी बेसहारा गोवंश व वन्य जीवों की बेरण


आराम दायक जीवन शैली को अपनाते किसानों ने अपने खेत चारों ओर झटका मशीन के तार लगा लिए है. ये झटका मशीन वन्य जीवों के लिए बैरन बनी हुई है. इस मशीन के करंट से वन्य जीव के शरीर के कुछ हिस्से निष्क्रिय हो जाते हैं. हिरण जैसे कोमल जीव इस खतरनाक करंट से अपंग जाते हैं. साथ ही नवजात या कमजोर वन्य जीव इसकी चपेट में आने पर मृत्यु को प्राप्त हो जातें हैं. 


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