डॉ पृथ्वीराज बिश्नोई की पुस्तक GURU SHRI JAMBHOJI, SABADVAANI का किया विमोचन

 डॉ पृथ्वीराज बिश्नोई की पुस्तक Guru Shri Jambhoji And Sabadvaani का किया विमोचन

डॉ पृथ्वीराज बिश्नोई की पुस्तक GURU SHRI JAMBHOJI AND SABADVAANI का किया विमोचन


बिश्नोई न्यूज़ डेस्क, बीकानेर। कल बीकानेर स्थित जांभाणी साहित्य अकादमी भवन मे प्रो. (डॉ.) पृथ्वीराज विश्नोई द्वारा अंग्रेजी मे लिखित पुस्तक GURU SHRI JAMBHOJI AND SABADVAANI का विमोचन राजस्थान उच्च न्यायालय के  जस्टिस विजयजी विश्नोई ने किया ।कार्यक्रम मे अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के अध्यक्ष हीरारामजी भंवाल, श्रीमहंत शिवदासजी शास्त्री, प्रो. (डॉ ) सोनारामजी विश्नोई व प्रो पृथ्वीराज जी की धर्मपत्नी उर्मिला जी व उनकी बहिन ज्ञानवती जी विशेष रुप से उपस्थित थी । इस अवसर पर लगभग एक हजार लोग उपस्थित थे । 

पुस्तक के लेखक का जन्म व प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर मे हुई ।आप मूल रुप से हरिपुरा (पंजाब) के भादू गौत्रीय विश्नोई है ।आपके पिताजी का नाम श्री चैनाराम भादू था । आपने कनाडा की ' ALBERTA '  विश्वविद्यालय से  " केमिकल इंजीनियरिंग " मे  शोध का कार्य पूर्ण किया । आपको " नेचुरल गैस प्लांट्स एंड ऑयल रिफाइनरी की डिजायनिंग " मे महारत हासिल है । आपके  शोध यूरोप की केमिकल इंडस्ट्री मे तथा विश्वविद्यालयों मे सम्मान के साथ पढाये जाते है ।आप विश्वभर के प्रतिष्ठित आचार्य (EMERITUS PROFESSOR) मे शुमार है ।यह उपाधि हजारों मे से एक प्रोफेसर को नसीब होती है ।

विश्नोई धर्म-नियमो व जांभोजी भगवान मे अगाध आस्था रखने वाले आपने सेवानिवृत्ति के बाद 10 वर्षो की अथक मेहनत से सबदवाणी का अर्थ व व्याख्या की है । जांभाणी साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित 330 पृष्ठ की  इस पुस्तक का मूल्य मात्र 150 रु रखा गया है । आशा है अकादमी का यह अंग्रेजी प्रकाशन " सबदवाणी " को विश्वव्यापी बनाने मे मददगार सिद्ध होगा । 


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