हिरण रक्षार्थ शहीद रूघाराम गोदारा की 49 वीं पुण्यतिथि मनाई गई

हिरण रक्षार्थ शहीद रूघाराम गोदारा की 49 वीं पुण्यतिथि मनाई गई

हिरण रक्षार्थ शहीद की रूघाराम गोदारा की 49 वीं पुण्यतिथि मनाई गई


 बिश्नोई न्यूज़ डेस्क नागौर, 23 जनवरी । नागौर जिले के ग्राम घोड़ारण सुभाषपुरा में स्थित स्मारक पर हिरण रक्षार्थ शहीद रूघाराम गोदारा की 49 वीं पुण्यतिथि मनाई गई जिसमें जसनाथ जी महाराज का रात्रि जागरण तथा पर्यावरण एवं नशा मुक्ति सम्मेलन का आयोजन  किया गया ।

पदम श्री हिम्मताराम भाम्भू ने वन्य जीव रक्षार्थ शहीद को किया नमन

          समारोह के मुख्य अतिथि पदम श्री हिम्मताराम भाम्भू ने वन्यजीवों को बचाने के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धा पूर्वक नमन किया । उन्होंने बताया कि घोड़ारण के रूघाराम गोदारा ने वन्य प्राणियों की रक्षा करते हुए बलिदान दिया था, इसी प्रकार ,रोटू निवासी धुंकलराम, गुड़ा के पास खड़काली गांव निवासी हुकमाराम, रायधनु निवासी मानाराम, चतरा मांजरा निवासी सुखराम ,कालडी निवासी उमाराम भाम्भू तथा सेवड़ी में छैलूसिंह ने वन्यजीवों की रक्षा के लिए बलिदान दिया है जो नागौर जिले के लिए गौरव की बात है ।

 पदम श्री हिम्मताराम भाम्भू  ने शहीद रूघाराम अमर रहे का नारा लगाकर लोगों को जीव रक्षा करने का संकल्प दिलाया । 


जवानी रखनी है और तरक्की करनी है तो नशा मत करो -हिम्मताराम भाम्भू 


        

हिम्मताराम भाम्भू ने पौधे लगाने की प्रेरणा दी और किसान को अन्नदाता व प्राणवायु दाता बताया । श्री भांभू ने कहा  कि पेड़ छाया व प्राणवायु देने में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करते है ,इसलिए हमें उनसे शिक्षा लेकर आपसी प्रेम भाईचारा रखना चाहिए ।सबको समान दृष्टि से देखते हुए स्वस्थ नशा मुक्त जीवन जीना चाहिए ।

        उन्होंने देसी सब्जियों के गुण बताए,देशी बाजरी के गुण बताये और उसमें शक्ति बताई तथा कीटनाशक दवाई छिड़ककर पैदा किए गए अनाज को नहीं खाने और अंग्रेजी दवाई लेने से बचने की प्रेरणा दी । साफ सफाई रखने और देसी दवाइयों का उपयोग करने की बात कही । जीवन में चोरी जारी छल  कपट नहीं करके मितव्ययिता बरतते हुए जीवन जीने की सलाह दी । 

     श्री भाम्भू ने कहा कि गुटखा जर्दा मत खाओ उनसे कैंसर होता है । अगर स्वस्थ जीवन जीना है ,जवानी को बरकरार रखना है और जीवन में तरक्की करनी है तो मनुष्य को किसी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए।


शहीद से प्रेरणा लेकर पक्षियों के लिए चुगा, वन्यजीवों के लिए चारा पानी की व्यवस्था करें व पर्यावरण का संरक्षण करें।

रामरतन बिश्नोई

     श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष  रामरतन बिश्नोई ने कहा कि प्रकृति का संतुलन बनाए रखना आवश्यक है इसलिए प्रकृति के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए ।मनुष्यमात्र का कर्तव्य है कि वह प्राणी मात्र की रक्षा करें। वृक्षों की रक्षा करें । उन्होंने जीव रक्षा को पवित्र धर्म बताया और अपने शरीर को तिनके के समान समझकर वन्य जीव हिरणों की रक्षा करते हुए आज से 48 वर्ष पहले शहीद होने वाले रूघाराम गोदारा को बार-बार नमन किया ।

रामरतन बिश्नोई ने लोगों से अपील की कि वे शहीद से प्रेरणा लेकर पक्षियों के लिए चुगा, वन्यजीवों के लिए चारा पानी की व्यवस्था करें । अपने खेतों में अधिक से अधिक खेजड़ी के पेड़ लगाएं और मूक प्राणियों की सेवा करने में तत्पर रहें तभी हिरण रक्षार्थ शहीद की पुण्यतिथि मनाना सार्थक होगा ।

हिरण रक्षार्थ शहीद की रूघाराम गोदारा की पुण्यतिथि में आयोजित जागरण में उपस्थित गणमान्य लोग


श्री बिश्नोई ने जीवो पर दया करने और पर्यावरण की रक्षा करने के लिए आज से 500 वर्ष पहले गुरु जांभोजी द्वारा बताए गए उपदेशों और सूत्रों की चर्चा की और ऋषि मुनियों की तरह खेतों में निवास करने वाले किसानों की सुखी जीवन की प्रशंसा की ।

 अध्यक्ष ने  शहीद रूघाराम गोदारा की स्मृति में एक वाटिका विकसित कर वृक्षारोपण करने पक्षियों के लिए चुग्गा और पानी की व्यवस्था करने की आवश्यकता जताई ।

  सेवानिवृत्त अध्यापक धन्नादान ने कहा कि एक मनुष्य दूसरे मनुष्य का प्राण बचाने के लिए भी अपना बलिदान नहीं दे सकता है जबकि शहीद रूघाराम ने वन्यजीव हिरणों के प्राण बचाने के लिए अपने प्राण न्योछावर किए जो बहुत बड़ी बात है । हमें उनसे प्रेरणा लेकर प्रकृति की रक्षा करनी चाहिए ।

        नागौर पंचायत समिति के प्रधान प्रतिनिधि श्रवण मेहरा ने शहीद स्मारक स्थल पर एक सामुदायिक भवन बनाने और घोड़ारण गांव से शहीदी स्मारक तक डामर की सड़क बनवाने की घोषणा की। जिसका ग्राम पंचायत मकोड़ी के सरपंच भंवराराम जांगू ने भी समर्थन किया । पंचायत समिति सदस्य दीपक पंचारिया ,ग्राम पंचायत ऊंटवालिया के सरपंच प्रतिनिधि कुंभाराम, उपसरपंच सवाईदान ,वार्ड पंच मघाराम ,ग्राम पंचायत छीला के सरपंच बुधाराम हरड़ू ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

 कार्यक्रम के प्रारंभ में शहीद परिजन मानाराम, खुमाराम व रेंवतरा गोदारा ने सभी आगंतुकों को माला व साफा पहनाकर स्वागत किया गया । मंच संचालन अध्यापक सुखाराम गोदारा ने किया ।सम्मेलन के बाद रात्रि जागरण का आयोजन किया गया ।

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