डॉ अनुराग बिश्नोई बने नीदरलैंड की TU DELFT युनिवर्सिटी में प्रोफेसर.

 डॉ अनुराग बिश्नोई बने नीदरलैंड की TU DELFT युनिवर्सिटी में प्रोफेसर.

डॉ अनुराग बिश्नोई बने नीदरलैंड की TU DELFT युनिवर्सिटी में प्रोफेसर.


बिश्नोइज़्म, बिकानेर। मूलत: श्री गंगानगर के रहने वाले 30 वर्षीय डॉ अनुराग बिश्नोई ने  Delft University Of Technology, Netherlands (Holland) असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर जॉइन किया है.

अनुराग आईआईटी खड़गपुर से मेथेमैटिक एंड कम्यूटिंग विषय में बैचलर और मास्टर है. इसके पश्चात अनुराग ने बेल्जियम से मेथेमैटिकस विषय पीएचडी की डिग्री प्राप्त की.

अनुराग ने शैक्षणिक योग्यता को शीर्ष पर ले जाते हुए बर्लिन, जर्मनी से पोस्ट डॉक्टरेट में डिग्री ली और फिर पर्थ, ऑस्ट्रेलिया से पोस्ट डॉक्टरेट शुरू की.

ध्यात्व्य रहे TU Delft नीदरलैंडस की सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी है और विश्व की टॉप 15 इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में स्थान रखती है. यह सबसे बड़ी और पुरानी डच पब्लिक टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी है.


पिता श्री राजेन्द्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि यह हमारे लिए प्रश्नता और गौरव का विषय है. गुरु जाम्भोजी की कृपा सदैव उस पर बनी रहे.


आपको बता दें राजेन्द्र कुमार भी सिविल इंजिनियर है. UAE में अपनी सर्विस करने के पश्चात हाल ही में स्वदेश लौटे हैं. श्री बिश्नोई जाम्भाणी साहित्य अकादमी में कोषाध्यक्ष है. इसके साथ ही जाम्भाणी साहित्य प्रचार-प्रसार में वर्षों से अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं.  बात करे पर्यावरण संरक्षण की तो श्री बिश्नोई वृक्षारोपण के साथ ही लोगों को पौधा वितरण कर पर्यावरण संरक्षण का बढ़ावा दे रहे हैं.


इतना ही नहीं UAE के दुबई में नोकरी के दौरान वहां के लोगों को पोध वितरण के साथ जाम्भोजी व बिश्नोइयों की गौरव परम्परा पर्यावरण संरक्षण से जोड़ा. किचन वेस्ट से खाद बनाकर पौधों में देते है. आर के बिश्नोई किचन वेस्ट से कम्पोंस्ट खाद कैसे बनाए विषय पर दुबई से लेकर भारत भर में अनेक वर्कशॉप आयाजित कर चुके हैं. 


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